छोटी सी रात और उसका सच | very short moral story

सेक्शन 1: रात की कहानी

एक छोटी सी रात थी। सब लोग सो गए थे और सपनों की दुनिया में खो गए थे। रात का आधा हिस्सा बीत चुका था और अभी उसका इंतजार था। रात की सुन्दरता आसमान में चमकती हुई तारों के साथ आ गई। धीरे-धीरे आसमान काले रंग से लेपित होने लगा और चाँद सबको अपनी चमक में लिपटा लिया। रात ने अपनी जगह बना ली और अपनी कहानी सुरू कर दी।

सब कुछ शांत और तनहा था। सिर्फ सितारों की झिलमिल की आवाज सुनाई दे रही थी। इस सीने की सुंदरता देखकर एक बच्चा ने सोचा, ‘ये सब कैसे हो सकता है? क्या सच में रात इतनी खूबसूरत हो सकती है?’

सेक्शन 2: सच की खोज

उस बच्चे ने शानदार रात की खोज करने का निर्णय लिया। वह अपने घर से बाहर निकला और रात की खोज में निकल पड़ा। उसने देखा कि रात का मंज़र जितना सुंदर था, उतना ही मागरंद सलीका था। उसने देखा कि रात गलियों में छिपे हुए सपनों को जगा रही थी। वह देखा कि रात चाँद को अपने आदमी का मंत्र दे रही थी ताकि चाँद अपनी चमक देखा सके। रात अपनी जगह पर स्थिर रहकर सबको खुश और प्रसन्न बना रही थी।

सेक्शन 3: रात के रहस्य का खुलासा

बच्चा समझ गया कि रात का रहस्य उसकी सुंदरता में नहीं छुपा है, वरन उसकी भोर में है। रात जब छोटी सी होती है, उस समय उसकी खूबसूरती अधिक खास लगती है। उसका रहस्य यही था।

इस प्रकार, उस बच्चे ने रात के रहस्य का खुलासा कर लिया। वह खुश हुआ क्योंकि उसने एक नया पहलू देख लिया था। वह अब हर रात को सपनों की जगह, रात की सुंदरता में खो जाता था।

गरीब से अमीर कैसे बने | garib se ameer kaise bane short story

खुद की पहचान बनाओ | hindi moral story 

Leave a Comment