जैसा बोओगे वैसा काटोगे (अलेक्जेंडर की कहानी)
आज मैं आपको एक ऐसी स्टोरी बता ने जा रही हु जो आपके जीवन में बहुत ही मायने रखती है| यह स्टोरी को अपने जीवन में उतारेंगे तो आपके जीवन में काफी बदलाव आ सकता है| यह स्टोरी ना केवल बच्चों के लिए है बल्कि बड़े भी सीख ले सकते हैं|
हमारे जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते हैं जिसे हम हताश निराश हो जाते हैं| हमारे काम को लेकर हमें फक्र नहीं होता| उसी बात को यहस्टोरी आपको बताएगी चलिए शुरू करते है|
स्कॉटलैंड में फ्लेमिंग नाम का एक किसान रहता था जो खेती करके अपना गुजारा करता था| एक दिन फ्लेमिंग खेत में काम कर रहा होता है तभी उसे आवाज आती है,” बचाओ” ,”बचाओ” यह सुनकर फ्लेमिंग काम छोड़कर वहां चला जाता है जहां एक बड़ा सा खड़ा है| फ्लेमिंग ने देखा की खड्डे मैं एक बालक फस गया था| फ्लेमिंग ने बिना सोचे उस बच्चे को बचा लिया|
दूसरे ही दिन उस बच्चे के पिता फ्लेमिंग से मिलने और आभार व्यक्त करने आते हैं| उस बच्चे के पिता ने फ्लेमिंग को कहा कि कोई भी मदद चाहिए तो मुझे बोलना| फ्लेमिंग बहुत ही विनम्रता से मना करता है और कहता है,” मैंने जो कुछ भी किया वह एक इंसानियत के नाते ही किया है”|
दोनों के बीच में जो बातचीत चल रही थी वह फ्लेमिंग का छोटा सा बच्चा वहां सुन रहा था और उसको देख कर महानुभाव ने कहा,” आपका यह बालक कौन सी कक्षा में पढ़ रहा है?” फ्लेमिंग ने कहा,” सेठ, हम जैसे गरीब लोगों के गरीब किसान के बेटे के नसीब में पढ़ने का कहां है वह तो मेरे साथ खेती-बाड़ी संभालता है|”
किसका बच्चा खड्डे में गिर गया था उसके पिता ने कहा,” तुमने मेरे बच्चे को बचाया है तो मैं तुम्हारे बच्चे को पढ़ाऊंगा|” वह महानुभव फ्लेमिंग के बच्चे को पढ़ाने के लिए अपने साथ ले गए|
कितने बरस बीत गए बचपन में खड्डे में गिरा हुआ लड़का कि जिसको फ्लेमिंग ने बताया था वह युवान हो चुका था| युवानी में ही उसको निमोनिया ऐसा रोग हो गया था| वह युवान इतना खुशनसीब था की उसी साल निमोनिया की दवा(पेनिसिलिन) खोजी गई थी|
निमोनिया के रस्सी पेनिसिलिन को खोजने वाला और कोई नहीं बल्कि फ्लेमिंग का बेटा अलेक्जेंडर फ्लैमिंग था| बचपन में जिसको किसान ने बचाया था और जो बड़े होकर निमोनिया का शिकार हुआ था और जिसको अलेक्जेंडर ने बचाया था वह और कोई नहीं “फी फॉर विक्ट्री” का सूत्र बनाने वाला और ब्रिटेन में नए चेतना भरने वाला विन्स्टन चर्चिल था|
इसी तरह हम खेत में जो अनाज उग आएंगे वही काटना होगा| Short Moral Stories in hindi कहने का मतलब यह है कि हमें दूसरे की मदद इतने में पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि वही हमारे काम आगे वह रहने वाली है|
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